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KAUTILYA’S ‘ARTHASHAASTRA’
MadanMohan Tarun
Arguing with fools
मूर्खेषु साहसं नियतम।मूर्खेषु विवादो न
कर्तव्यः।
मूर्खेषु मूर्खवतकथयेत।
मूर्ख किसी भी प्रकार का साहस कर बैठता
है।
मूर्ख से विवाद नहीं करना चाहिए। मूर्ख
के सामने
मूर्ख जैसा ही आचरण करना चाहिए।
A fool can react in any extreme manner.
Never argue with a fool. Behave as a fool before a
fool.
(From ‘Kautilya’s ‘ARTHASHAASTRA’ by MadanMohan
Tarun)
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